संघर्ष अभी शेष है
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता “समर शेष है” से प्रेरित होकर मैंने भी यहाँ कुछ लिखना चाहा है आशा है कि आपको पसंद आएगी संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों में रोष है, जब...
हिंदी विचार
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता “समर शेष है” से प्रेरित होकर मैंने भी यहाँ कुछ लिखना चाहा है आशा है कि आपको पसंद आएगी संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों में रोष है, जब...
मन व्यथित है सुबह जल्दी उठने से, दुविधा है मन में नाश्ते में क्या खाया जाय, झल्लाहट है बच्चे को तैयार कर स्कूल भेजने की, ऑफिस के रास्ते में ट्रैफिक जाम से और, कार...
वर्तिका के जन्म दिवस (वैशाख मास, दिवस बुद्ध पूर्णिमा ) के अवसर पर पापा और माँ की भेट। दीपक की लौ तरह अपनी ही धुन में रमी कभी हसती , कभी हसाती, लोगो को...
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥ रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन...
मिथिला के स्वयंवर राम ने जनक पुत्री सीता का वरण किया। मंथरा सुझाव पर कैकेयी ने दसरथ को वर का स्मरण दिया। भरत को अयोध्या और राम को १४ साल का वनवास दिया। पिता,माँ,भाईयो और प्रजा को छोड़,राम ने जंगल में वनवास...