संघर्ष अभी शेष है





राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता “समर शेष है” से प्रेरित होकर मैंने भी यहाँ कुछ लिखना चाहा है आशा है कि आपको पसंद आएगी

संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों में रोष है,

जब तक रोष रहेगा संघर्ष भी शेष रहेगा।

संघर्ष की कहानी है जीवन की जुबानी है,

सगर ने संघर्ष किया तो माँ गंगा ने धरती पर जन्म लिया,

राम ने सत्य से संघर्ष किया तो पुरूषत्तोत्तम ने जन्म लिया,

पांडव के संघर्ष ने झूठ और मक्कारी पर सत्य से विजय दिया,

संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों और में रोष है,

जब तक रोष रहेगा संघर्ष भी शेष रहेगा।

अशोक का कलिंग से संघर्ष ने,बुध्दं शरणम को जन्म दिया,

गजनी, गोरी ने विध्वंश किया फिर भी चौहान ने संघर्ष किया,

प्रताप और शिवाजी के संघर्ष ने मुगलो के दमन को विध्वंश किया।

संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों और में रोष है,

जब तक रोष रहेगा संघर्ष भी शेष रहेगा।

रानी मर्दानी थी अंग्रेजो के विरुद्ध संघर्ष की कहानी है,

भगत और आजाद का संघर्ष भी एक अभिमान की कहानी है,

बोस की जवानी और अंत भी संघर्ष की जीती जागती कहानी है।

संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों और में रोष है,

जब तक रोष रहेगा संघर्ष भी शेष रहेगा।

आजाद भारत में हम प्रतिदिन संघर्ष करते है,

भूख से संघर्ष ने खाद्य और अन्न का भण्डारण दिया ,

हैजा, कालरा और पोलियो से संघर्ष ने विजय से अंत किया।

संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों और में रोष है,

जब तक रोष रहेगा संघर्ष भी शेष रहेगा।

भूख और बेरोजगारी ने भी संघर्ष को जन्म दिया,

जीवन जीने की आजादी भी पल पल का संघर्ष दिया ,

आगे बढ़ने की इच्छाओ  के संघर्ष ने लालसा को जन्म दिया।

संघर्ष अभी शेष है, विद्वानों और में रोष है,

जब तक रोष रहेगा संघर्ष भी शेष रहेगा।

संघर्ष, जीवन की दीवानी है और बहुत मनमानी है,

आज भी एक संघर्ष है कोविड-१९ की मनमानी है,

चारो तरफ हैरानी है संघर्ष की सब जगह कहानी है।

संघर्ष अभी शेष है,और अज्ञानो में भी में रोष है,

जब तक दोनों में रोष रहेगा संघर्ष भी शेष रहेगा।

और जब तक जीवन में संघर्ष रहेगा जीवन भी शेष रहेगा,

यह कविता भी समय,दिमाक और सोच के संघर्ष का अवशेष रहेगा।

 

2 Responses

  1. Manish says:

    Uttam

  2. Sachin says:

    Very nice varun…keep it up

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