Author: chandel7

।। दुर्गा चालीसा ।। 0

।। दुर्गा चालीसा ।।

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥ रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन...

समय 0

समय

आज के आप धापी में, जीवन के भागा – भागी में, पैसे की  भोग में, चैन की खोज में, अपनो से होड़ में। आज का मानव भूल गया, कि  मैं कौन हूँ, कहाँ जाना है...

सूक्ष्म रामायण-दशहरा के अवसर पर 3

सूक्ष्म रामायण-दशहरा के अवसर पर

मिथिला के स्वयंवर राम ने जनक पुत्री सीता का वरण किया। मंथरा  सुझाव पर कैकेयी ने दसरथ को वर का स्मरण दिया। भरत को अयोध्या और राम को १४ साल का वनवास दिया। पिता,माँ,भाईयो और प्रजा को छोड़,राम ने जंगल में वनवास...

राम धुन 0

राम धुन

गांधीजी के जन्मदिवस पर उनकी रामधुन   मूल –श्री नम: रामायण लेखक–लक्ष्मणाचार्य रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम सुंदर विग्रह मेघश्याम गंगा तुलसी शालग्राम भद्रगिरीश्वर सीताराम भगत-जनप्रिय सीताराम जानकीरमणा सीताराम जयजय राघव सीताराम प्रसिद्ध संस्करण -विष्णु...

एक पिता 1

एक पिता

दूर  में क्या है, उचे से क्या दिखता है थी बचपन की एक बड़ी इच्छा। ऊपर उडू , पंछियो सा पंख फैलाये उड़ता रहूँ स्वछंद होकर आसमान में थी बचपन की एक बड़ी इच्छा।...

मानवती 0

मानवती

मानवती रामधारी सिंह ‘दिनकर’ के जन्म दिवस के अवसर पर उनकी एक प्यारी कविता (२३ सितम्बर १९०८ -२४ अप्रैल १९७४) रूठ गई अबकी पावस के पहले मानवती मेरी की मैंने मनुहार बहुत , पर...

PIPING STRESS ANALYSIS A BIT DYNAMIC…

PIPING STRESS ANALYSIS A BIT DYNAMIC…

Objective The objective of pipe stress analysis is to ensure safety against failure of the Piping System by verifying the structural integrity against the loading conditions, both external and internal, expected to occur during...

मेरे बचपन की प्यारी कविता 0

मेरे बचपन की प्यारी कविता

उठो लाल अब आँखें खोलो पानी लायी मुह धो लो बीती रात कमल दल फुले जिनके ऊपर भावरे झूले   चिढिया चहक उठी पेड़ो पर बहने लगी हवा आती सुंदर   नभ में न्यारी...